Ashish Kumar

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लेखनी प्रतियोगिता -04-Sep-2022

मन को युवा कीजिए

जिंदगी भर रब से
बस यही दुआ कीजिए
ढलते यौवन की फिक्र छोड़िए
अपने मन को युवा कीजिए

कर्तव्य पथ पर चलकर ही मुक्ति मिलेगी
इस मार्ग पर ही जीवन जिया कीजिए
जब भी लगे जिंदगी बोझ सी
खुद के लिए कुछ नया कीजिए

मन की व्याधियों की
तहे दिल से दवा कीजिए
उम्मीदों के दीए जलाकर
मन में दीवा कीजिए

तन तो एक दिन हार जाएगा
परंतु मन की जंग को फतह कीजिए
हर बात की वजह ना ढूंढिए
चंद फैसले बेवजह कीजिए

खुद से कुछ ना छिपाईए
अपने दिल से सब कुछ बयां कीजिए
सो चुकी हसरतों को झकझोर कर जगाइए
अपने मन को युवा कीजिए

इससे पहले कि वक्त गवा दीजिए
बची खुची जिंदगी को जवाँ कीजिए
सिर्फ बातों से काम न चलाइए
अपने कर्मों का हक भी अदा कीजिए

                           - आशीष कुमार
                       मोहनिया, कैमूर, बिहार
                    मो० नं० - 8789441191

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14 Comments

shweta soni

05-Sep-2022 04:16 PM

Behtarin rachana

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Ashish Kumar

06-Sep-2022 05:46 PM

Thank you so much😊😊

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Abhinav ji

05-Sep-2022 09:28 AM

Very nice👍

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Ashish Kumar

05-Sep-2022 02:01 PM

जी बहुत-बहुत धन्यवाद

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Tariq Azeem Tanha

04-Sep-2022 11:25 PM

शानदार

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Ashish Kumar

05-Sep-2022 02:01 PM

बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय

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